(Started by mggarga on 6/10/2008)
मुस्कराहट से बढ़कर सौंदर्य कोई नहीं हो सकता। प्रसनन्ता ही सबसे बड़ा सौंदर्य है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज